Indian vehicles पर आमतौर पर सफेद, पीला, हरा, लाल, काला और नीले रंगो के नंबर प्लेट दिखाई देते हैं। यकीनन यदि आप भारत में रहते हैं; तो आप ने भी इस बात पर कभी ना कभी गौर तो जरूर किया होगा। आखिर इसके पीछे क्या वजह होती है? क्यों वाहनों पर अलग-अलग रंगों के नंबर प्लेट लगाए जाते हैं? कभी-कभी तो ऐसे वाहन देखकर कन्फ्यूजन निर्माण होता है। आप यकीन मानिए की, यह आपको कंफ्यूज करने के लिए नहीं बल्कि; यह बताने के लिए होता है कि यह वाहन आखिर किस कैटेगरी में आता है? इसी संबंध में आज कि इस पोस्ट में हम संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने वाले हैं।

Indian Vehicles पर अलग-अलग रंग की नंबर प्लेट क्यों होती है - Technical Prajapati
Indian Vehicles पर अलग-अलग रंग की नंबर प्लेट क्यों होती है?

दोस्तों, किसी भी देश में चलने वाले वाहन के लिए क्या नियम और कायदे होंगे, यह उस देश की मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार तय किया जाता है। अगर बात की जाए भारत की तो Indian Motor Vehicle Act 1988 के अनुसार भारत की सड़कों पर चलने वाले वाहनों के लिए आरटीओ के साथ पंजीकृत होना और उनमें लाइसेंस प्लेट या नंबर प्लेट लगाना आवश्यक होता है। अब जब वाहनों पर नंबर प्लेट लगाने की बारी आती है; तो भारत के सड़कों पर चलने वाले तमाम गाड़ियों पर कूल 6 रंगों को मान्यता दी गई है। हालांकि आर्मी के वाहनों पर हमें तीर वाली नंबर प्लेट दिखाई देती है। इसीलिए हम यह कह सकते हैं कि, भारत में कुल सात रंगों के नंबर प्लेट वाहनों के लिए उपयोग में लाए जाते हैं।

ट्रैफिक पुलिस तो इस तरह के नंबर प्लेट देखकर समझ जाती है कि, यह गाड़ी किस कैटेगरी की है। लेकिन, अभी भी भारत में बहुत सारे ऐसे लोग हैं; जिन्हें इस बारे में बहुत कम जानकारी है। अगर आप भी वाहनों पर लगे हुए अलग-अलग रंग के नंबर प्लेट क्यों होते है? के बारे में जानना चाहते हैं; तो चलिए आर्टिकल को आगे बढ़ाते हैं और जानते हैं।

Indian Vehicles पर Different Colour Number Plates क्यों होते हैं?

दोस्तों, सड़कों पर दौड़ने वाली वाहने अपना अलग-अलग कार्य करती हैं। कुछ गाड़ियां कमर्शियल होती हैं; तो कुछ सार्वजनिक, कुछ गाड़ियां नेताओं के लिए होती है; तो कुछ गाड़ियां रेंटल होती हैं। इन्हीं कैटेगरी को देखते हुए प्रत्येक वाहन के उपयोग के अनुसार उसके नंबर प्लेट के कलर को बदल दिया जाता है। जोकि हमें आम तौर पर दिखने वाले नंबर प्लेट से अलग दिखती हैं। आमतौर पर सफेद नंबर प्लेट पर काले अक्षरों में वाहन का नंबर लिखा हुआ हमें दिखाई देता है।

दोस्तों, यदि साफ साफ शब्दों में कहा जाए तो - वाहनों के कार्य करने की अलग-अलग कैटेगरी को देखते हुए किसी भी वाहन को वह किस कार्य के लिए उपयोग में आता है; यह जानने के लिए भारतीय मोटर वाहन अधिनियम 1988 द्वारा वाहनों पर अलग-अलग रंग के नंबर प्लेट लगाने का नियम बनाया गया है। जिसे भारत के सड़क पर दौड़ने वाले प्रत्येक वाहन को पालन करना होता है। चलिए आइए जानते हैं, भारत में कुल कितने रंग के नंबर प्लेट होते हैं और वह क्यों होते हैं?

सफेद रंगों के नंबर प्लेट

अगर आपके घर में भी कोई वाहन है; तो आपने देखा होगा कि, उस वाहन का नंबर प्लेट सफेद रंग तथा काले अक्षरों में वाहन का नंबर लिखा होता है। इस वाहन को आप अपने पर्सनल कामों के लिए इस्तेमाल में लाते हैं। यह गाड़ियां प्राइवेट होती हैं। इसका मतलब है कि, इस तरह की गाड़ी का उपयोग केवल व्यक्तिगत कामों के लिए हो सकता है। किसी भी व्यवसायिक उद्देश्य के लिए इस तरह के वाहनों का उपयोग नहीं किया जा सकता। इस तरह की गाड़ी को आप भाड़े से नहीं दे सकते। सफेद रंगों के नंबर प्लेट आम लोगों के लिए होते हैं। इस तरह के नंबर प्लेट को आप नीचे देख सकते हैं।

पीले रंगों के नंबर प्लेट

सार्वजनिक वाहन जैसे.- बस, कैब, ऑटो-रिक्शा, टैक्सी आदि कमर्शियल इस्तेमाल होने वाले वाहन है। आपने देखा होगा कि, इस तरह के वाहनों पर पीले रंग की नंबर प्लेट दिखाई देती है जिस पर काले अक्षरों में वाहन का नंबर लिखा होता है।

इसी के साथ कमर्शियल वाहनों में ट्रेलर, ट्रक, मिनी ट्रक, छोटा हाथी तथा हाइवा आदि वाहन भी आते हैं। इन वाहनों पर भी पीले रंग की नंबर प्लेट होती है। इसी के साथ यह वाहन चलाने वाले चालकों के पास कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य होता है। इस तरह के नंबर प्लेट को आप नीचे देख सकते हैं।

हरे रंग का नंबर प्लेट

भारत में हरे रंग का नंबर प्लेट बिल्कुल नया है। इस तरह का नंबर प्लेट इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए उपयोग में लाया जाता है। मजेदार बात यह है कि, प्राइवेट तथा कमर्शियल दोनों वाहनों पर हमें हरे रंग का नंबर प्लेट दिखाई देता है। हालांकि, यह बात ध्यान में रखने वाली है की, प्राइवेट वाहनों पर वाहन का नंबर सफेद रंग में लिखा होता है तथा कमर्शियल वाहनों पर वाहन का नंबर पीले अक्षर में लिखा होता है।

प्राइवेट इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए नंबर प्लेट नीचे दिखाई गई है।

कमर्शियल इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए नंबर प्लेट नीचे दिखाई गई है।

काले रंग की नंबर प्लेट

दोस्तों, काले रंग की नंबर प्लेट हमें उन कमर्शियल वाहनों पर देखने को मिलती है; जिन्हें किराए पर दिया जाता है। रेंटल कार पर हमें काले रंग की नंबर प्लेट दिखाई देती है। जिस पर पीले रंग में वाहन का नंबर लिखा होता है। इस तरह के नंबर प्लेट को आप नीचे देख सकते हैं।

लाल रंग की नंबर प्लेट

लाल रंग का नंबर प्लेट दो तरह के वाहनों पर दिखाई देता है। इसे एक-एक करके अच्छे से समझते हैं।

लाल रंग के नंबर प्लेट वाले वाहन जिस पर कोई नंबर नहीं होता, केवल सोने में उभरा हुआ अशोक चिन्ह बना होता है। इस तरह का वाहन केवल भारत के राष्ट्रपति और राज्यपाल के वाहनों पर होता है। इस तरह के नंबर प्लेट को आप नीचे देख सकते हैं।

Red number plate Indian vehicles - Technical Prajapati
Vehicles of the President and Governor of India

दोस्तों, इसी के साथ लाल रंग की नंबर प्लेट उन वाहनों पर भी लगाई जाता है; जिन्हें कोई car manufacturer टेस्टिंग या प्रोमोशन के लिए सड़क पर उतारती है। आपको बता दें, इस तरह के वाहनों को टेंपरेरी नंबर मिलता है। इन वाहनों पर सफेद रंग में वाहन का नंबर लिखा होता है। इस तरह के वाहन पर लगाए गए नंबर प्लेट को आप नीचे देख सकते हैं।

नीले रंग का नंबर प्लेट

हमारे देश भारत में नीले रंग के नंबर प्लेट को उन वाहनों पर लगाया जाता है; जिनका इस्तेमाल विदेशी प्रतिनिधियों, दूतावासों, विदेशी राजदूत या राजनयिकों आदि द्वारा किया जाता है। नीले रंग की प्लेट पर सफेद रंग में वाहन का नंबर लिखा होता है। इस तरह के नंबर प्लेट को आप नीचे देख सकते हैं।

ऊपर की ओर इशारा करते हुए तीर के साथ नंबर प्लेट

जब कभी आप सड़क पर ऊपर की ओर इशारा करते हुए तीर के साथ नंबर प्लेट को देखते हैं; तो आपको इस बात का अंदाजा हो जाना चाहिए कि, यह वाहन मिलिट्री या सैन्य बल के इस्तेमाल में आने वाला वाहन है। इन वाहनों के नंबर प्लेट में शुरुआत में ऊपर की ओर इशारा करते हुए तीर बनाया होता है। जिसे ब्रॉड एरो कहा जाता है। तीर के पास लिखे हुए पहले 2 अंक यह दर्शाते हैं कि, इस वाहन को किस वर्ष में खरीदा गया है। आपको बता दें, इस तरह के नंबर प्लेट पर कुल 11 अंक होते हैं। इस तरह के नंबर प्लेट को आप नीचे देख सकते हैं।

दोस्तों इसी के साथ वाहनों के नंबर प्लेट पर दिए गए कलर को अच्छी तरह से समझना चाहते हैं; तो एक बात ध्यान में रखिए।


१. सफेद रंग की प्लेट या सफेद रंग में वाहन का नंबर (नीला, लाल तथा तीर वाले नंबर प्लेट को छोड़कर) लिखा हुआ है; तो वह निजी वाहन है।
२. पीले रंग की प्लेट या पीले रंग में वाहन का नंबर (तीर वाले नंबर प्लेट को छोड़कर) लिखा हुआ है; तो वह कमर्शियल वाहन है।
३. हरे रंग की प्लेट है; तो वह इलेक्ट्रिक वाहन है।
४. काले रंग की प्लेट है; तो वह रेंटल कमर्शियल वाहन है।
५. लाल रंग के नंबर प्लेट पर अशोक चक्र बना है; तो वह राष्ट्रपति या राज्यपाल का वाहन है।
६. लाल रंग के नंबर प्लेट पर यदि सफेद रंग में नंबर लिखा है; तो वह किसी वाहन निर्माता कंपनी द्वारा प्रमोशन के लिए टेंपरेरी दिया गया नंबर है।
७. नीले रंग की नंबर प्लेट है; तो वह वाहन विदेशी राजदूतों का वाहन है।
8. ऊपर की ओर इशारा करता हुआ तीर अगर नंबर प्लेट की शुरुआत में है; तो वह सैन्य बल के उपयोग में आने वाला वाहन होता है।

यकीन है, आपको अब इस तरह की गाड़ी को आसानी से पहचान आने में मदद होगी।

Indian Vehicles पर अलग-अलग रंग की नंबर प्लेट क्यों होती है? उम्मीद है कि, आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी और आप इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर साझा करेंगे। इसी के साथ आर्टिकल आपको कैसा लगा? कमेंट करके हमें जरूर बताएं। क्योंकि दोस्तों कमेंट बॉक्स आपका ही है।

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