हर इंसान अपने आप में अद्वितीय है। आप कभी भी एक इंसान की तुलना दूसरे से नहीं कर सकते। क्योंकि, हर इंसान अलग हर इंसान की सोच अलग हर इंसान का जीने का तरीका अलग होता है। जहां तक बात करें अंक ज्योतिष की तो इसमें 1 से लेकर 9 तक संख्याएं होती हैं। इन संख्याओं पर नौ ग्रहों का प्रभाव होता है। आपको बता दें - हर इंसान के साथ एक अंक जुड़ा होता है। जिस वजह से हर इंसान अपने स्वामी ग्रह की तरह ही व्यवहार करता है। आज की इस पोस्ट में हम आपको मूलांक और भाग्यांक की सहायता से यह बताएंगे कि, आप पर कौन से ग्रह क्या प्रभाव छोड़ रहे हैं?

मूलांक और भाग्यांक से जानिए अपना स्वामी ग्रह
मूलांक और भाग्यांक से जानिए अपना स्वामी ग्रह

दोस्तों ज्योतिष शास्त्र की एक विद्या जिसका नाम है; अंक ज्योतिष। जिसमें 1 से लेकर 9 तक संख्याएं होती हैं। जिस से व्यक्ति के भविष्य का आकलन किया जाता है। हालांकि आपके भविष्य आकलन के लिए आपके पास शुभ अंक यानी मूलांक और भाग्यांक होना आवश्यक होता है। क्या आपको आपका मूलांक और भाग्यांक पता है? यदि नहीं तो आइए बताते हैं।

मूलांक और भाग्यांक निकालने का तरीका क्या है?

मूलांक : आपका जन्म किसी भी महीने के जिस तारीख को हुआ है; वह आपका मूलांक होता है। यदि जन्म तारीख 5 है; तो मूलांक 5 होगा। यदि जन्म तारीख 17 है; तो मूलांक 8 होगा। यदि जन्म तारीख 29 है; तो मूलांक 2 होगा। क्योंकि 29 को जोड़ने के पश्चात 11 आता है और मूलांक केवल 1 से लेकर 9 तक ही होता है। इसीलिए 11 को जोड़ने पर 2 प्राप्त होता है। इस तरह आप अपना मूलांक निकाल सकते हैं।

भाग्यांक : भाग्यांक निकालने के लिए आप अपनी जन्म तारीख को लिख लें। उसमें उपस्थित सभी अंकों को जोड़ दें। यदि जोड़ने पर दो अंक प्राप्त हो रहे हैं; तो एक बार फिर उन्हें जोड़कर एकल अंक प्राप्त करें। यही आपका भाग्यांक है। आप उदाहरण नीचे देख सकते हैं।

जन्म तारीख : 21 May 1987

अंको में लिखें : 21-05-1987

अंकों को जोड़ दें : 2+1+5+1+9+8+7=33

दो अंक प्राप्त होने पर एक बार फिर जोड़ें : 3 + 3 = 6

इसलिए 6 आपका भाग्यांक होगा। उम्मीद है आपको भाग्यांक निकालने में कठिनाई नहीं होगी।

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दोस्तों अब आपके पास आपका शुभ अंक मूलांक और भाग्यांक दोनों है। आइए जानते हैं - आप पर कौन सा ग्रह प्रभाव छोड़ रहा है? यहां आप अपने मूलांक और भाग्यांक दोनों की जांच कर सकते हैं।

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अंक और उनके स्वामी ग्रह

दोस्तों ग्रहों की संख्या 9 होती है और अंक ज्योतिष में भी 1-9 तक की संख्याएं होती हैं। इन सभी अंकों के लिए अलग-अलग ग्रह माने जाते हैं। निम्न आप अपने मूलांक और भाग्यांक से पता करें कि, कौन से ग्रह आप पर क्या प्रभाव छोड़ रहे हैं?

अंक 1 का स्वामी ग्रह : अंक 1 का स्वामी ग्रह सूर्य है। जिन लोगों का जन्म 1, 10, 19 या 28 तारीख को हुआ है; उन सभी लोगों पर सूर्य ग्रह का प्रभाव होता है। इन सभी लोगों का स्वामी ग्रह सूर्य है। इन सभी लोगों में सूर्य की भांति ही गुण होते हैं। सूर्य के प्रभाव के कारण इनके अंदर नेतृत्व की भावना बढ़ जाती है। इस अंक वाले व्यक्ति अत्यधिक साहसी, वीर, पराक्रमी तथा बिजनेस मैन होते हैं। सूर्य का प्रभाव होने के नाते यह व्यक्ति तेजस्वी तथा जिद्दी भी होते हैं।

अंक 2 का स्वामी ग्रह : अंक 2 का स्वामी चंद्रमा है। जिन लोगों का जन्म 2, 11, 20 या 29 तारीख को हुआ है; उन सभी लोगों पर चंद्रमा का प्रभाव होता है। इन सभी लोगों का स्वामी ग्रह चंद्रमा है। चंद्र का प्रभाव होने के कारण इस अंक वाले व्यक्तियों में नेतृत्व का अभाव होता है। ऐसे व्यक्ति समूह में काम करना पसंद करते हैं। इस तरह के लोग शांतिप्रिय तथा दूसरों को सहयोग देने वाले बड़े ही मित्रता पूर्वक व्यवहार करने वाले व्यक्ति होते हैं। यह व्यक्ति बहुत ज्यादा भावुक बन जाते हैं।

अंक 3 का स्वामी ग्रह : अंक 3 का स्वामी ग्रह बृहस्पति यानी गुरु है। जिन लोगों का जन्म 03, 12, 21 या 30 तारीख को हुआ है; उन सभी लोगों पर बृहस्पति का प्रभाव होता है। इन सभी लोगों का स्वामी ग्रह बृहस्पति है। बृहस्पति का प्रभाव होने के कारण इस अंक वाले व्यक्तियों में बड़ा स्वाभिमान होता है। इन लोगों को किसी के आगे झुकना पसंद नहीं होता। इसी के साथ यह अपने स्वतंत्रता से कभी समझौता नहीं करते। ऐसे व्यक्ति साहसी, वीर, शक्तिशाली, अविचल, संघर्षशील, श्रमजीवी होते हैं।

अंक 4 का स्वामी ग्रह : अंक 4 का स्वामी ग्रह राहु ( यूरेनस ) होता है। जिन लोगों का जन्म 04, 13, 22 या 31 तारीख को हुआ है; उन सभी लोगों पर राहु का प्रभाव होता है। इन सभी लोगों का स्वामी ग्रह राहु है। राहु का प्रभाव होने के कारण ऐसे व्यक्ति साहसी, व्यवहार कुशल और आश्चर्यचकित कर देने वाले कामों को करने में भी निपुण होते हैं। इसी के साथ ऐसे व्यक्ति अत्यंत घमंडी, उपद्रवी, अहंकारी और हठी भी होते हैं। इनके अंदर कल्पनाशक्ति का अभाव साफ देखने को मिलता है।

अंक 5 का स्वामी ग्रह : अंक 5 का स्वामी ग्रह बुध होता है; जिन्हें हम बुद्धि का प्रतीक मानते हैं। जिन लोगों का जन्म 05, 14 या 23 तारीख को हुआ है; उन सभी लोगों पर बुध का प्रभाव होता है। इन सभी लोगों का स्वामी ग्रह बुध है। बुध ग्रह का प्रभाव होने के कारण ऐसे व्यक्ति बुद्धिमान, साहसी तथा कर्मशील होते हैं। ऐसे व्यक्ति चुनौतियों को चैलेंज के रूप में स्वीकार करते हैं और परिस्थितियों से लड़कर विजय प्राप्त करते हैं। इन व्यक्तियों में निर्णय लेने की कमाल की क्षमता होती है। इस तरह के व्यक्ति जोखिम उठाने वाले होते हैं।

अंक 6 का स्वामी ग्रह : अंक 6 का स्वामी ग्रह शुक्र होता है। यह ग्रह प्रेम एवं शांति का प्रतीक है। जिन लोगों का जन्म 06, 15 और 24 तारीख को हुआ है; उन सभी लोगों पर शुक्र का प्रभाव होता है। इन सभी लोगों का स्वामी ग्रह शुक्र है। ऐसे व्यक्ति बहुत ही सुंदर और प्रभावशाली होते हैं। यह लोग सुगठित शरीर वाले होने के नाते जल्दी बूढ़े नहीं होते। ऐसे व्यक्ति कला प्रेमी होते हैं। ऐसे व्यक्ति दूसरों को सम्मोहित करने वाले तथा उदार हृदय के होते हैं।

अंक 7 का स्वामी ग्रह : अंक 7 का स्वामी ग्रह केतू ( नेपच्यून ) होता है। जिन लोगों का जन्म 07, 16 एवं 25 तारीख को हुआ है; उन सभी लोगों पर केतु का प्रभाव होता है। इन सभी लोगों का स्वामी ग्रह केतु है। केतु का प्रभाव होने के कारण व्यक्ति में मौलिकता, स्वतंत्र विचार शक्ति अथवा असामान्य व्यक्तित्व अपने आप आ जाते हैं। ऐसा व्यक्ति हमेशा कुछ न कुछ सोचते रहता है। यह शांत नहीं बैठ सकता। इन लोगों को अपने आस-पास बदलाव और यात्रा पसंद होती है। अपनी मौलिकता के बल पर ऐसे व्यक्ति धन अर्जित कर तो लेते हैं; लेकिन उसका संग्रह नहीं कर पाते। ऐसे व्यक्ति सामान्य रूप से अधिक खर्चालु नहीं होते।

अंक 8 का स्वामी ग्रह : अंक आठ का स्वामी ग्रह शनि होता है। जिन लोगों का जन्म 8, 17 या 26 तारीख को हुआ है। उन सभी लोगों पर शनि का प्रभाव होता है। इन सभी लोगों का स्वामी ग्रह शनि है। शनि का प्रभाव होने के कारण व्यक्ति में प्राय अंतर्मुखी प्रवृत्ति (introvert tendency) होती है। ऐसे व्यक्ति हर बात को गंभीरता से सोचने वाले होते हैं। यह शांत, गंभीर एवं निश्छल (innocent) प्रवृति के होते हैं। ऐसे व्यक्ति अपने जीवन में अच्छे कर्म करने पर धीरे-धीरे सफलता प्राप्त करते हैं। उनके कामों में अनेक रुकावटें आती हैं। अंतत: यह दुनिया के लिए महत्वपूर्ण काम करते हैं।

अंक 9 का स्वामी ग्रह : अंक 9 का स्वामी ग्रह मंगल होता है। मंगल ग्रह उत्साह और ऊर्जा का स्रोत कहलाता है। जिन लोगों का जन्म 09, 18 या 27 तारीख को हुआ है; उन सभी लोगों पर मंगल का प्रभाव होता है। इन सभी लोगों का स्वामी ग्रह मंगल है। मंगल का प्रभाव होने के कारण ऐसे व्यक्ति के स्वभाव में उत्साह देखा जा सकता है। ऐसे व्यक्ति ताकतवर और कलात्मक होते हैं। किसी भी परिस्थिति से कैसे निपटा जाए इसकी कला उनमें होती है। ऐसे व्यक्ति अनुशासन प्रिय और अपने सिद्धांत के एकदम पक्के होते हैं।

दोस्तों ऊपर हमने आपको बताया कि किस अंक पर कौन सा ग्रह अपना प्रभाव छोड़ रहा है। इसी के साथ उस प्रभाव के कारण उस व्यक्ति का व्यक्तितत्व कैसा हो जाता है? आप अपने तथा अपने परिवार जनों के मूलांक और भाग्यांक के हिसाब से जांच कर सकते हैं कि - क्या सच में अंक का प्रभाव व्यक्ति के व्यक्तित्व तथा जीवन पर होता है; अथवा नहीं। आप पाएंगे कि, सच में अंको का प्रभाव हमारे जीवन तथा व्यक्तित्व पर पड़ता है और हम बिल्कुल उसी तरह व्यवहार करने लगते हैं।

उम्मीद है दोस्तों हमारे द्वारा दी गई जानकारी मूलांक और भाग्यांक से जाने कौन से ग्रह आप पर प्रभाव छोड़ रहे हैं? आप सभी दोस्तों को बेहद पसंद आई होगी। इसे आप अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करेंगे।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Technical Prajapati 2.0 ब्लॉग इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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